पेरम्बलूर: द न्यू इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, वर्ष 2022-2023 के लिए गन्ने की पेराई के मौसम के दूसरे सप्ताह में प्रवेश करने के बावजूद, यहां के किसानों को पेरम्बलूर में एरैयूर चीनी मिल से गन्ने के खेतों तक ट्रकों के आगमन में अभूतपूर्व देरी हो रही है। किसानों ने कहा कि, ट्रकों को हो रही देरी के कारण कटे हुए गन्ने को एक या दो दिन से अधिक समय तक खेतों में रखने को मजबूर होना पड़ रहा है। आमतौर पर ओरैयूर चीनी मिल में गन्ने की पेराई दिसंबर के पहले सप्ताह में शुरू होती है, और इस सीजन में पेराई 22 दिसंबर 2022 को ही शुरू हुई।
पेरम्बलुर, अरियालुर, कल्लाकुरिची और कुड्डालोर जिलों में 12,000 एकड़ खेतों से उत्पादित लगभग 3.60 लाख मीट्रिक टन गन्ने की पेराई की योजना बनाई गई है। इस स्थिति में के पुडुर, नमय्युर, मुरुक्कानगुड़ी, पोनगरम और कीलापुलियुर सहित कई गांवों के किसानों ने मिल के प्रबंधन में देरी पर नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन से तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया। देरी के कारण, लगभग 2.5 एकड़ भूमि से काटे गए गन्ने को यहां मिल के बजाय तंजावुर चीनी मिल में ले जाया गया। शेष उपज अभी भी खेतों में रखी हुई है। फसल कटने के दो दिन हो चुके हैं और हम अभी भी ट्रकों के आने का इंतजार कर रहे हैं।