मनीला : शुगर रेगुलेटरी एडमिनिस्ट्रेशन (एसआरए) बोर्ड ने 440,000 मीट्रिक टन रिफाइंड चीनी आयात योजना को मंजूरी दे दी है, जिसका उद्देश्य इस वर्ष आपूर्ति को बढ़ाना और कीमतों को स्थिर करना है। एसआरए बोर्ड के सदस्य-प्लांटर्स के प्रतिनिधि पाब्लो लुइस अज़कोना ने कहा कि, कुल संख्या में से 200,000 मीट्रिक टन सामान्य उपभोक्ताओं के लिए आवंटित किया जाएगा जबकि 240,000 मीट्रिक टन को दो महीने के बफर स्टॉक के रूप में सेट किया जाएगा।
उन्होंने कहा, देश में अनुमानित खपत 120,000 मीट्रिक टन प्रति माह है, इसलिए यह दो महीने के बफर स्टॉक को कवर करेगा। यूनाइटेड शुगर प्रोड्यूसर्स फेडरेशन के अध्यक्ष मैनुअल लामाता ने कहा कि,आयात से चीनी की खुदरा कीमतों में कमी आएगी। उन्होंने कहा, मै 440,000 मीट्रिक टन रिफाइंड चीनी आयात का समर्थन कर रहा हूं।
पिछले महीने, शीतल पेय निर्माताओं ने एक और चीनी संकट को रोकने और चीनी की कीमतों को स्थिर करने के लिए राष्ट्रपति मार्कोस से 2023 की पहली तिमाही में एक पूरक आयात कार्यक्रम लागू करने के लिए कहा। चीनी बागान मालिकों के समूहों ने कहा कि, उन्होंने माना कि मिलिंग सीजन की शुरुआत में घरेलू चीनी उत्पादन बनाम खपत में अनुमानित कमी है।कन्फेडरेशन ऑफ शुगर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने पहले कहा था कि आयात की मात्रा 300,000 मीट्रिक टन रिफाइंड चीनी और 50,000 मीट्रिक टन कच्ची चीनी जुलाई से पहले नहीं आनी चाहिए। दूसरी ओर, नेशनल फेडरेशन ऑफ गन्ना प्लांटर्स और पन फेडरेशन ऑफ गन्ना किसान केवल 350,000 मीट्रिक टन के आयात पर जोर दे रहे थे।