नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने अपनी योजना के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SoP) शुरू की है, जिसके माध्यम से NAFED और NCCF जैसी सहकारी समितियां एथेनॉल उत्पादन के लिए 2,291 रुपये प्रति क्विंटल पर मक्का की सुनिश्चित आपूर्ति के लिए डिस्टिलर्स के साथ समझौता करेंगी। जबकि एजेंसियां किसानों से खरीफ सीजन (2023-24) के लिए 2090 रुपये प्रति क्विंटल पर मक्का खरीदेंगी।
इस योजना का लक्ष्य मक्का किसानों को एमएसपी की गारंटी सुनिश्चित करना है, जबकि डिस्टिलरीज को फीडस्टॉक की निर्बाध आपूर्ति का आश्वासन मिलता है, जिससे मूल्य अस्थिरता का जोखिम कम होता है। एक अधिकारी ने कहा कि, आगामी रबी सीजन में मक्के की खरीद शुरू की जाएगी, जबकि अनुमान के मुताबिक, एथेनॉल के लिए सालाना लगभग 3.5 – 4 मिलियन टन मक्के की जरूरत होती है। यह कदम पेट्रोल के साथ एथेनॉल के मिश्रण को बढ़ाने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है, जो एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ESY) 2022-23 में लगभग 12% था और ESY 2023-24 में 15% तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
Great 👍 effort by Government of India for Grain based Distilleries
Sir’s, Just few words o fcautions.
Lets not forget this Makka is also used for making D-Glucose from it’s Starch in tonns.
From which Gluco-Saline IP grade is made for use in thousands of Hospitals all over the country. Whi ch is life saving liq.n also for IV fluidity admonister various drugs,medicines.
If Makka is diverted for Ethanol- इथेनोल n not एथेनोल there can be crises of Glucose.
For making use in blending in petrol,that is more important or use for making Dextrose that is more important?Then why not white or pearl millet as well?
Please think over,