कानपुर : राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (NSI) ने मीठी चरी और चुकंदर से एथेनॉल उत्पादन की योजना बनाई है।इसके लिए NSI ने जर्मनी की फर्म एडवांटा सीड्स से करार किया है। अब एडवांटा सीड्स व एनएसआई के विशेषज्ञ साथ मिलकर एथेनॉल को कैम्पस के ही नैनो डिस्टलरी प्लांट में तैयार करेंगे।
NSI संस्थान के निदेशक प्रो.डी स्वैन ने ईटीवी भारत संवाददाता से विशेष बातचीत में कहा कि, मीठी चरी की जहां 10 एकड़ में खेती कराई जाएगी वहीं, चुकंदर के लिए हमने 15 एकड़ जमीन तलाश ली है।य हां पर फसलों को तैयार करने के बाद संस्थान में ही एथेनॉल का उत्पादन किया जायेगा।उन्होंने कहा, इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए नॉन फूड आइटम्स को चुना है, जिसमें मीठी चरी (स्वीट सोरगम) और एक विशेष प्रकार की चुकंदर की प्रजाति (स्वीट रूट) शामिल है।प्रो.डी स्वैन ने दावा किया कि, जब गन्ना किसान अपने खेतों में इन फसलों की खेती करना भी शुरू कर देंगे तो उन्हें निश्चित तौर पर इन फसलों का लाभ भी मिलेगा।