पानीपत : हरियाणा जल्द ही देश का प्रमुख एथेनॉल उत्पादक राज्यों में से बनने पर काम कर रहा है। हरियाणा सरकार किसानों और मिलों की आय बढाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है, और ज्यादा से ज्यादा एथेनॉल प्लांट स्थापित करना उसी का हिस्सा माना जा रहा है। राज्य सरकार का मानना है की, अगर एथेनॉल का उत्पादन बढ़ता है, तो किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी। वर्तमान में देश में एथेनॉल उत्पादन में महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। इन राज्यों के नक्शेकदम पर चलने की तैयारी हरियाणा ने शुरू कर दी है।
हरियाणा में इस साल 10.75 प्रतिशत चीनी रिकवरी के साथ ही साथ 7.50 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन कर शाहबाद मिल ने नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। राज्य में 11 सहकारी चीनी मिलें है, और अब सभी चीनी मिलों में एथेनॉल प्लांट लगाने की योजना है। इस सीजन में राज्य के 80 प्रतिशत किसानों को 263 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान कर दिया है। जो किसान रह गए हैं, उन्हें भी जल्द ही भुगतान करने की तैयारी शुरू है। राज्य में एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने की कवायद में राज्य सरकार जुटी है।