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मुंबई : गन्ने का बकाया राजनीतिक गलियारों में चुनावी मुद्दा बन गया है, क्योंकि गन्ना बकाया दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है। राजनीतिक दल एक-दूसरे पर गन्ने के बकाया को लेकर हमला कर रहे हैं। बकाया को लेकर किसानों में काफी आक्रोश है, और किसानों की इस नाराजी का खामियाजा चुनाव में राजकीय दलों को भुगतना पड़ सकता है। अब पीएम मोदी ने भी इस मुद्दे पर कांग्रेस-एनसीपी सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने वादा किया कि, वे गन्ने से इथेनॉल के उत्पादन को सक्षम करके किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास करेंगे।
मोदी ने कहा की, इथेनॉल उत्पादन से गन्ना किसानों के गन्ने के लिए उच्च पारिश्रमिक मूल्य मिल सकता है, पेट्रोल के साथ मिश्रित इथेनॉल से पेट्रोल की कीमतों को कम करेगा। इससे पहले, केवल 40 करोड़ लीटर इथेनॉल का उत्पादन किया गया था, अब यह 140 करोड़ लीटर तक चला गया है। पिछली सरकार को इस सब का ज्ञान था, लेकिन उन्होंने कभी भी इथेनॉल उत्पादन बढ़ाने के लिए गंभीरता से प्रयास नही किया गया।
उन्होंने मुख्य रूप से नंदुरबार के आदिवासी किसानों को भरोसा दिलाया कि, उनकी जमीनें सुरक्षित हैं और लोगों से “केंद्र में एक मजबूत सरकार” के लिए वोट करने की मांग की। मोदीजी ने दावा किया की, कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार में भ्रष्टाचार के कारण उत्तर महाराष्ट्र के लोगों के लिए कुछ भी नहीं किया गया था।उन्होंने आशा व्यक्त की कि भाजपा सरकार फिर से सत्ता में आने के बात देश की विकास प्रक्रिया ऐसे ही आगे शुरू रहेगी।