नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विश्व पर्यावरण दिवस को चिह्नित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में ‘भारत में इथेनॉल मिश्रण 2020-2025 रोड मैप’ पर विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट जारी की। पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर, भारत ने एक और बड़ा कदम उठाया है। इथेनॉल क्षेत्र के विकास के लिए एक विस्तृत रोडमैप अभी जारी किया गया है। उन्होंने यह भी कहा की, 7-8 साल पहले तक, देश में इथेनॉल पर शायद ही कभी चर्चा होती थी, लेकिन अब इथेनॉल 21 वीं सदी के भारत की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक बन गया है। पीएम मोदी ने कहा, इथेनॉल पर ध्यान देने से पर्यावरण के साथ-साथ किसानों के जीवन पर भी बेहतर प्रभाव पड़ रहा है। आज हमने 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को पूरा करने का संकल्प लिया है।
पीएम मोदी ने देश भर में इथेनॉल के उत्पादन और वितरण के लिए एक महत्वाकांक्षी ई -100 पायलट परियोजना भी शुरू की, जिसमें पुणे में तीन स्थान शामिल है। कार्यक्रम की शुरुआत में, पीएम मोदी ने किसानों के साथ बातचीत की और इथेनॉल समिश्रण कार्यक्रम के तहत उनके अनुभव पर चर्चा की। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सहयोग से आभासी कार्यक्रम का आयोजन किया था। लॉन्च इवेंट में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रकाश जावड़ेकर और नितिन गडकरी भी मौजूद थे। विश्व पर्यावरण दिवस पर सरकार ई -20 अधिसूचना जारी कर रही है, जो तेल कंपनियों को 1 अप्रैल, 2023 से 20% इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल बेचने की अनुमति देगी। हर साल 5 जून को, दुनिया भर के लोग प्रकृति के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और पर्यावरण के प्रति सकारात्मक बदलाव को प्रेरित करने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हैं। इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ‘रीइमेजिन’ है।