हसन, तमिलनाडु: पुलिस ने शनिवार को चन्नारायपटना तालुका के डोड्डागाने में गन्ने के खेत में बिना वेतन और बिना बुनियादी सुविधाओं के काम कर रहे पांच बच्चों सहित 10 लोगों को छुड़ाया। छुडाये गए सभी मजदुर तमिलनाडु के अंबुर शहर के रहने वाले हैं।
द हिन्दू में प्रकाशित खबर के मुताबिक, शनिवार सुबह करीब 8 बजे चन्नारायणपटना पुलिस को कानूनी सेवा प्राधिकरण से तमिलनाडु के एक परिवार के बिना वेतन के गन्ने के खेत में काम करने की सूचना मिली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर विजय (32), मल्लिका (52), दुर्गा (26), प्रिया (20), अम्मू (28) और पांच बच्चों को छुड़ाया। वे पिछले दो माह से खेतों में काम कर रहे थे। रामलिंगम, पुष्पा और रुक्मिणी के गन्ने के खेतों में काम करने के लिए मजदूरों को तमिलनाडु से लाया गया था। तब से मजदूर बिना किसी भुगतान के मजदूरी कर रहे हैं। उन्हें रहने के लिए बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं कराई जाती थीं। उनका आर्थिक शोषण किया जा रहा था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर छुड़ाए गए लोगों को जिलाधिकारी के सामने पेश किया। उन्हें हसन शहर में सुरक्षा मुहैया कराई गई है।