नाशिक: खानदेश में गन्ने की खेती कुछ हद तक बढ़ी है। इसके साथ ही चीनी मिलों की संख्या भी बढ़ी है और सीजन 2023-24 में सात चीनी मिलें शुरू होने की संभावना है। कुछ मिलें विजयादशमी पर पेराई शुरू करेंगी।
एग्रोवन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, खानदेश में सबसे ज्यादा लगभग 15 हजार हेक्टेयर में गन्ना जलगांव जिले में लगाया गया है। उसके बाद नंदुरबार जिले में 12 हजार हेक्टेयर और धुले में लगभग पांच हजार हेक्टेयर में गन्ना उगाया जाता है।
जलगांव जिले में चालीसगांव तालुका गन्ने की खेती में आगे है। चोपड़ा, यावल, मुक्ताईनगर इलाके में भी किसान गन्ना खेती कर रहे है। धुले, शिरपुर, सकरी तालुका गन्ने की खेती में अग्रणी है। हालाँकि, धुले में कोई चीनी मिल नहीं है। नंदुरबार जिले में तीन मिलें है, जिसमे समशेरपुर (ता.नंदुरबार) में अयान मिल, डोकरे (ता.नवापुर) में आदिवासी सहकारी मिल, पुरुषोत्तमनगर (ता.शहादा) में सातपुड़ा मिल में पेराई सीजन में हिस्सा लेगी। तलोदा तालुका में खांडसारी भी शुरू होगी।
जलगांव जिले में तीन मिलें पेराई में हिस्सा लेगी, जिसमे चहार्डी (चोपड़ा) में चोपड़ा मिल, घोड़सगांव (मुक्ताईनगर) में मुक्ताई मिल और भोरस (चालीसगांव) मिल शुरू होगी। न्हावी (यावल) स्थित मधुकर मिल को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। नंदुरबार की समशेरपुर मिल ने इस साल 12 लाख टन गन्ना पेराई का लक्ष्य रखा है।