कोल्हापुर ; चीनीमंडी
कोल्हापुर जिला बैंक द्वारा ऋण दिए गये 11 चीनी मिलों में से आठ मिलों ने पिछले तीन महीनों में चीनी नहीं बेची है। वो आठ मिलें ऋण चुकाने के लिए अभी सक्षम नही है, ऐसे में जिला बैंक को मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। कोल्हापुर जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुश्रीफ ने कहा की, चीनी उद्योग के सामने खड़े अभूतपूर्व संकट के कारण अगले चीनी सीजन में कितनी मिलें शुरू होगी इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है।
मुश्रीफ ने कहा कि, जिला को-ओपरेटिव बैंक ने जिले की 11 मिलों को 128 करोड़ का सॉफ्ट लोन दिया हैं। 11 में से 8 मिलों द्वारा चीनी की बिक्री नहीं होने के कारण, बैंक को लगभग 125 से 150 करोड़ रुपये नहीं मिल पाए है। भविष्य में जिला बैंक द्वारा चीनी मिलों को ऋण देने में कई कठिनाइयां होंगी, और तो और अगले सीजन में कई मिलों की शुरू होने की सम्भावना काफी कम नजर आ रही है।
देशभर में पिछले सीझन की 107 लाख टन चीनी का स्टॉक है । इस साल लगभग 328 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। कुल मिलकर दो साल की 435 लाख टन चीनी का स्टॉक बना हुआ है। घरेलू बाजार में प्रति वर्ष 235 लाख टन चीनी की खपत होती है और 30 से 32 लाख टन चीनी निर्यात होती है। 435 लाख टन में से अभी भी 110-175 लाख टन चीनी बची रहेगी। इस अधिशेष चीनी की समस्या से निपटने के लिए चीनी मिलें और सरकार को काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है।