नयी दिल्ली, 27 अगस्त (PTI) भारत केन्या के साथ द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिये नये अवसर तलाश रहा है। इसी क्रम में वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने भारतीय कंपनियों को केन्या के साथ सहयोग बढ़ाने के वास्ते प्राथमिक क्षेत्रों की पहचान करने के लिये बाजार का अध्ययन करने को कहा है।
केन्या की राजधानी नैरोबी में 22 से 25 अगस्त के बीच भारत-केन्या संयुक्त व्यापार समिति की बैठक का आठवां चरण सम्पन्न हुआ। इससे इतर आयोजित एक बैठक में प्रभु ने यह बात कही।
प्रभु ने बैठक के बाद ट्वीट में कहा, “दोनों देशों के कारोबारी प्रतिनिधियों और उद्योग जगत के दिग्गजों की मौजूदगी में आज भारत-केन्या संयुक्त व्यापार परिषद की बैठक को संबोधित किया। केन्याई कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिये आमंत्रित किया है और भारतीय कंपनियों से केन्या की जरूरतों के आधार पर प्रमुख क्षेत्रों में शोध और उत्पाद डिजाइन करने का आग्रह किया।”
प्रभु ने यात्रा के दौरान केन्या के विदेश मामलों के मुख्य प्रशासनिक सचिव अबाबु नमवमबा से भी मुलाकात की। इस दौरान, दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों को मजबूत बनाने और सहयोग के नये आयाम तलाशने पर चर्चा हुयी।
उन्होंने केन्या पहुंचने के बाद अपने ट्वीट में कहा, “हम केन्या के साथ लॉजिस्टिक्स, कृषि, ऊर्जा, दवा और अन्य क्षेत्रों में नये अवसर खोजने के इच्छुक है।”
प्रभु ने केन्याई और भारतीय कंपनियों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुये केन्या की जरूरतों के आधार पर उत्पादों में अनुसंधान और डिजाइन करने पर जोर दिया।
सूत्रों ने कहा कि भारत ने केन्या को पेट्रोलियम उत्पादों, कारों एवं मोटरसाइकिलों और मोबाइल फोनों का निर्यात बढ़ाने के अवसरों की भी तलाश की।
दोनों के बीच संयुक्त व्यापार बैठक निर्यात और आयात में गिरावट के बीच आयोजित की गयी। केन्या में भारत का निर्यात 2017-18 में गिरकर 1.97 अरब डॉलर रह गया, जो कि 2014-15 में 4.11 अरब डॉलर था। इसी प्रकार, केन्या से भारत का आयात भी 11.74 अरब डॉलर से गिरकर 7.25 अरब डॉलर रह गया।