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नई दिल्ली: महाराष्ट्र और कर्नाटक में सूखे जैसी स्थिति के कारण 2019-20 सीजन (अक्टूबर-सितंबर) में गन्ने के उत्पादन में गिरावट आने की संभावना है, लेकिन कम मांग और कैरीओवर स्टॉक के चलते चीनी के भाव में दवाब बना ही रहेगा।
इकरा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सब्यसाची मजूमदार ने कहा कि, “हम उम्मीद करते हैं कि प्रमुख उत्पादक राज्यों जैसे महाराष्ट्र और कर्नाटक में सूखे जैसी स्थिति के कारण अगले चीनी वर्ष 2019-2020 में चीनी उत्पादन 32.9 मिलियन टन से कम होगा।”
हालांकि, बाजार में अधिशेष के कारण 2019-20 में कीमतों पर और ऑपरेटिंग मार्जिन पर दबाव जारी रहने की संभावना है।
भारत द्वारा चीनी को निर्यात करने की क्षमता और इथेनॉल की ओर उत्पादन को जारी रखने के लिए नीतिगत समर्थन उद्योग के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण रहेगा।
इकरा का अनुमान है कि घरेलू खपत 2018-2019 (चीनी वर्ष) में 26 मिलियन टन के आसपास और क्लोजिंग स्टॉक 14.5 मिलियन टन तक रहेगा।