मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लाल सड़न रोग, जिसे आमतौर पर “गन्ने की फसल का कैंसर” कहा जाता है, से गन्ना खेती पर असर पड़ा है। और इसलिए किसानों को अब नवीनतम गन्ना प्रजातियों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा जा रहा है।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक, ज्येष्ठ गन्ना निरीक्षक हशमुल हसन ने किसानों से नुकसान से बचने के लिए 0238 प्रजाति की बुआई न करने की सलाह दी है। ठाकुरद्वारा में अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा ने गन्ना सट्टा और बेसिक कोटा में आनेवाली शिकायतों को लेकर हसन को ज्ञापन देकर शिकायतों का निराकरण करने की मांग की। इस दौरान हसन ने कहा कि, गन्ने की CO 0238 प्रजाति में लाल सड़न रोग की शिकायतें मिल रही है, और इसलिए किसानों से आग्रह है कि वे इस प्रजाति की बुआई न करें। इसके स्थान पर नवीनतम गन्ना प्रजातियों की बुआई करने की सलाह दी।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख खेती वाले क्षेत्रों में लाल सड़न रोग दिखाई देने लगी है, जिससे किसान काफी चिंतित है। उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, मोरादाबाद, बिजनोर और अमरोहा सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।