चीनी मंडी, कोल्हापुर: सोलापुर जिले की पांच चीनी मिलों ने एफआरपी ना देने की वजह से मिलों की संपत्ति बेचकर किसानों के पैसे देने का आदेश चीनी आयुक्त ने निकाला था। लेकिन सहकारमंत्री सुभाष देशमुख से मिलने के बाद इस कार्यवाही को रोक दिया है। शुरू में, भीमा और सिद्धेश्वर मिल और उसके बाद मकाई सहकारी, विट्ठल रिफाइंड और मातोश्री शुगर इन मिलों की कार्यवाही भी रोक दी है।
राज्य स्तर के मिलों की एफआरपी प्रश्नों के लिए सहकारमंत्री देशमुख ने बैठक ली इसके बाद मिल मालिकों के अनुरोध पर देशमुख ने ५ सितंबर तक आरआरसी कार्यवाही को रोक दिया है। इस मुदत में किसानों को एफआरपी की राशि देने के आश्वासन पर सहकारमंत्री देशमुख ने तत्काल कार्यवाही को रोक दिया है। ५ सितंबर तक पैसे ना देने वाले मिल मालिकों पर साखर आयुक्त और सहकारमंत्री क्या भूमिका लेंगे इस पर अब सबका ध्यान है।
खोज ‘विठ्ल रिफाइंड’ की…
माढा तालुके की विट्ठल रिफाइंड ने किसानों के एफआरपी की राशि ना देने की वजह से आरआरसी कार्यवाही का खत साखर आयुक्त ने जिल्हाधिकारी और तहसीलदार को भेजा था। दिए हुए पते पर मिल देखने जाने के बाद माढा तहसील के कर्मचारियों को मिल नहीं दिखी। इसलिए इस मिल का सही पता दे, ऐसा पत्राचार माढा तहसील के तरफ से जिल्हाधिकारी और साखर आयुक्त को होने वाला है।