नई दिल्ली: गन्ना किसानों का बकाया भुगतान मुद्दा लेकर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी राज्य सरकार को घेरने की कोशिशों में जुटी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी- वाड्रा गन्ना किसानों के सामने आने वाले मुद्दों को उजागर करने और उनके बकाया भुगतान की मांग को लेकर किसान पंचायतें आयोजित करेंगी। प्रदेश में कांग्रेस बैठकों की एक श्रृंखला आयोजित करने की योजना बना रही है, जहां प्रियंका गांधी मिल मालिकों द्वारा बकाया भुगतान न करने के मुद्दे को उजागर करेंगी।
प्रियंका गांधी ने हाल ही में मथुरा जिले में एक किसान पंचायत को संबोधित किया, जो तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आयोजित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, गन्ना किसानों को 2019-20 का बकाया पूरी तरह से नहीं मिला है। 2020-21 के विपणन वर्ष में, एसएपी सामान्य किस्म के लिए 315 रुपये प्रति क्विंटल पर अपरिवर्तित रखा गया है।यह तीसरा साल है, जब राज्य सरकार ने गन्ने के एसएपी में वृद्धि नहीं करने का निर्णय लिया है। 2017 में योगी आदित्यनाथ सरकार के सत्ता में आने के बाद एसएपी को 10 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया गया था। किसान नई एसएपी को 325 रुपये से बढ़ाकर 450 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग कर रहे हैं।