पोरवोरिम: गोवा की एक मात्र संजीवनी चीनी मिल के भविष्य को लेकर अब तक कुछ तय नहीं हुआ है लेकिन सरकार का कहना है की वे इसे जीवित करने की प्रक्रिया में जुटी हुई है।
Heraldgoa.in में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उपमुख्यमंत्री बाबू कवलेकर ने कहा कि, संजीवनी चीनी मिल स्थायी रूप से बंद नहीं होगी और सरकार ने मिल को फिर से शुरू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मिल शुरू करने की लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए दो सलाहकार भी नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि, मिल बंद होने के दौरान सरकार किसानों से गन्ना खरीद कर भुगतान कर रही है। अब तक गन्ना किसानों को 7.67 करोड़ रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है और 130 किसानों के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है।
उप मुख्यमंत्री कावलेकर ने कहा कि, राज्य सरकार ने कृषि को एक लाभदायक क्षेत्र बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं तैयार की हैं और किसानों को सब्सिडी प्रदान की है।
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