एथेनॉल के साथ बिना मिश्रित वाला फ्यूल अक्टूबर से महंगा हो जाएगा और निजी ईंधन खुदरा विक्रेताओं को मिश्रित ईंधन बेचने और एथेनॉल की खपत को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि “ईंधन का सम्मिश्रण इस सरकार की प्राथमिकता है। ईंधन के सम्मिश्रण के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए, अमिश्रित ईंधन (unblended fuel) पर अक्टूबर 2022 के पहले दिन से 2 रुपये प्रति लीटर का अतिरिक्त अंतर उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी-excise duty) लगेगा।”
आपको बता दे, वर्तमान में इंडियन ऑयल, एचपीसीएल और बीपीसीएल जैसी सरकारी कंपनियां एथनॉल-मिश्रित पेट्रोल बेचती हैं, जबकि निजी कंपनियां ज्यादातर गैर-मिश्रित पेट्रोल बेचती हैं।