हिंगोली: गन्ना किसानों के बकाया के तत्काल भुगतान की मांग को लेकर शनिवार को कुरुंदा (तहसील वसमत) के टोकाई सहकारी चीनी मिल पर जन आक्रोश मार्च निकाला गया। आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि, मिल पर करोड़ों रुपए का गन्ना बकाया है।
एग्रोवन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, आंदोलनकारियों ने 1 जनवरी से 28 फरवरी तक पेराई किये गये गन्ने के लिये पहली किस्त 2 हजार रुपये प्रति टन, 2022-23 के शेष एफआरपी का भुगतान, गन्ना बकाया पर 15 प्रतिशत की दर से ब्याज का भुगतान और कर्मचारी के बकाया का भुगतान करने की मांग की।
इस आंदोलन में शिवसेना (ठाकरे गुट) के पूर्व सहकारिता मंत्री डॉ. जयप्रकाश मुंदडा, पूर्व सांसद सुभाष वानखेड़े, शिवाजी माने, शंकरराव खराटे, जी. आर देशमुख, गोरख पाटिल, शिवसेना (ठाकरे गुट) के जिला प्रमुख विनायक भिसे, शिवसेना (ठाकरे गुट) संपर्क प्रमुख गोपू पाटिल,स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नांदेड़ जिला अध्यक्ष, रावसाहेब अडकिने, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के जिलाध्यक्ष डॉ. धोंडीराम पार्डीकर, चंद्रकांत दलवी, आदि सहित बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया। मिल के अध्यक्ष शिवाजी जाधव ने प्रदर्शनकारियों से फोन पर बात करते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि, वे जल्द ही उनकी मांगों का समाधान निकालेंगे।