संगरूर: धुरी क्षेत्र में गन्ना किसानों का कहना है की चालू सीजन के दौरान अपनी फसल की धीमी खरीद के कारण उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक धूरी की भगवानपुरा चीनी मिल चालू नहीं है, इसलिए गन्ने की पेराई नहीं हो रही है। हालाँकि, मिल प्रबंधन धूरी क्षेत्र के किसानों से गन्ने की उपज खरीदने के बाद मुकेरियां स्थित अपनी दूसरी मिल में ले जा रहा है। गन्ना उत्पादक भी अपने पिछले सीजन के कुल 6 करोड़ रुपये के भुगतान का इंतजार कर रहे हैं।
चंडीगढ़ में किसान संगठनों और राज्य सरकार के अधिकारियों की बैठक होगी जिसमें इन मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। गन्ना कृषक संघर्ष समिति के संयोजक हरजीत सिंह बुगरा ने कहा कि, क्षेत्र में गन्ना उत्पादक परेशानी में हैं, क्योंकि उनकी लगभग 50 प्रतिशत गन्ना उपज अभी भी खेतों में खड़ी है।
उन्होंने कहा कि, मिल प्रबंधन ने पहले किसानों को गन्ना खरीद के लिए प्रतिदिन 10 पर्चियां जारी करने का वादा किया था, लेकिन अब मिल अधिकारी पिछले छह-सात दिनों से प्रतिदिन केवल पांच पर्चियां जारी कर रहे हैं। किसान नेता ने कहा कि, ऐसी परिस्थिति में गन्ना उत्पादक अपनी उपज हरियाणा या अन्य स्थानों पर बेचने को मजबूर हैं।
द ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के मुताबिक, भगवानपुरा चीनी मिल के महाप्रबंधक (गन्ना) अरुण शर्मा ने कहा कि, वे किसानों से प्रतिदिन 1,000 क्विंटल गन्ना खरीद रहे हैं और उपज को मुकेरियां में अपनी दूसरी इकाई में भेज रहे हैं क्योंकि भगवानपुरा चीनी मिल इस सीजन में काम नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि, पहले मिल अधिकारी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में 100 क्विंटल गन्ना लोड करने के निर्देश जारी कर रहे थे, लेकिन किसानों ने लगभग 200 क्विंटल गन्ना ट्रैक्टर-ट्रॉली में लोड करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए उन्होंने पर्चियों की संख्या कम कर दी है।