जालंधर: मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से घोषित गन्ना मूल्य में 11 रुपये की बढ़ोतरी को किसान समूहों ने खारिज कर दिया है। मुकेरियां में, किसानों ने ‘मामूली’ बढ़ोतरी के विरोध में दोपहर में जालंधर-पठानकोट-जम्मू नेशनल हाईवे को अवरुद्ध कर दिया। किसानों ने रात में एनएच का एक किनारा खोल दिया, जबकि वे राजमार्ग के दूसरी तरफ बैठे रहे। एडीजीपी जैकरन सिंह ने कृषि समूहों के लगभग एक दर्जन नेताओं के साथ बैठक कर उनकी प्रतिक्रिया ली और उनके साथ बातचीत की।
बीकेयू (दोआबा) के अध्यक्ष मंजीत सिंह राय ने कहा, हमने उन्हें बताया कि मुख्यमंत्री ने 24 नवंबर को किसान नेताओं के साथ अपनी बैठक में कहा था कि हरियाणा ने गन्ने की कीमत में 14 रुपये की बढ़ोतरी की है और पंजाब किसानों को बेहतर बढ़ोतरी देगा। हमने उनसे मुख्यमंत्री को यह बताने का आग्रह किया है कि, कीमत और बढ़ाई जानी चाहिए। किसान नेताओं ने यह भी घोषणा की कि, वे शनिवार को पंजाब सरकार की औपचारिक घोषणा का इंतजार करेंगे और फिर आगे की कार्रवाई तय करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक करेंगे। कीर्ति किसान यूनियन ने एक बयान जारी कर ‘मामूली’ बढ़ोतरी को खारिज कर दिया और कहा कि किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पाएंगे और चीनी मिलें अभी तक शुरू नहीं हुई हैं।