जालंधर: चीनी मिलों द्वारा किसानों का गन्ना बकाया एक प्रमुख चुनावी मुद्दा रहा है, जिसके चलते अधिकारियों ने वसूली के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है।
Tribuneindia.com में प्रकाशित खबर के मुताबिक, कपूरथला जिला प्रशासन ने फगवाड़ा में वाहिद-संधार शुगर्स लिमिटेड के निदेशकों की निजी संपत्तियां कुर्क की हैं। संपत्तियों को कुर्क कर लिया गया है और फगवाड़ा तहसीलदार ने सार्वजनिक नोटिस भी जारी कर लोगों से इन संपत्तियों को खरीदने या बेचने के लिए नहीं कहा है क्योंकि इन्हें बेचकर बकाया राशि की वसूली की जा सकती है। कथित तौर पर मिल पर 49 करोड़ रुपये का बकाया है, जिसमें पिछले साल का रक्कम भी शामिल हैं।
कपूरथला की उपायुक्त दीप्ति उप्पल ने इन संपत्तियों को कुर्क करने की पुष्टि की है। होशियारपुर के एक तहसीलदार ने यह भी कहा कि, कपूरथला प्रशासन के आदेश बाद खनौरा गांव में एक फगवाड़ा मिल निदेशक और गढ़शंकर की संपत्ति भी हाल ही में कुर्क की गई थी। दोआबा किसान संघर्ष समिति के नेता सुरिंदर सिंह ने कहा कि, किसान गंभीर संकट में हैं और मिल मालिकों की संपत्तियों को कुर्क करना सही दिशा में एक कदम है।