चंडीगढ़ : कांग्रेस विधायक और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के पूर्व प्रमुख प्रताप सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर अधिकारियों को राज्य में गन्ना किसानों के बकाया को जल्द से जल्द चुकाने का निर्देश देने का अनुरोध किया। बाजवा ने पत्र में लिखा है कि, पंजाब के गन्ना किसानों के लंबित भुगतानों की ओर मैं आपका ध्यान देने का आग्रह करता हूं, क्योंकि, लंबित भुगतान पंजाब गन्ना (खरीद और आपूर्ति का विनियमन) अधिनियम 1953 और गन्ना नियंत्रण आदेश 1966 के खंड 15 ए के प्रावधानों का उल्लंघन है। राज्य में 2021-22 सीजन लगभग समाप्त हो गया है। गन्ने की पेराई का काम पूरा होने के कारण अधिकांश चीनी मिलें बंद हो गई हैं। कुछ मिलें अगले दस से 15 दिनों के भीतर पेराई पूरा कर लेने की संभावना है।
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा की, सहकारी चीनी मिलें किसानों के कुल बकाया का 50% भी भुगतान करने में असमर्थ रही हैं। 18 मार्च, 2022 तक सहकारी मिलों का बकाया 280.7 करोड़ रुपये है। इसी तरह, निजी चीनी मिलों द्वारा किसानों को 513 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान किया जाना बाकी है। बाजवा ने आगे लिखा, पंजाब ने 2021-2022 सीजन के लिए गन्ने के SAP (स्टेट एडवाइजरी प्राइस) को 310 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 360 रुपये प्रति क्विंटल करने की घोषणा की। सरकार ने निजी चीनी मिलों के साथ 35 रुपये प्रति क्विंटल साझा करने पर भी सहमति व्यक्त की। लेकिन गन्ना किसानों के आधार नंबर और बैंक खाता संख्या अपडेट नहीं होने के कारण ये भुगतान नहीं किए गए हैं।