नकोदर: उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की तरह पंजाब में भी गन्ना बकाया एक मुद्दा बना हुआ है। यहाँ गन्ना किसान चीनी मिल से बकाया देने की मांग कर रहे है।
Punjabnewsexpress.com में प्रकाशित खबर के मुताबिक, नकोदर सहकारी चीनी मिल लिमिटेड के पास 2019-2020 सीज़न का गन्ना बकाया अभी भी लंबित है, जिसके कारण नकोदर, शाहकोट और फिल्लौर के गन्ना किसानों में नाराजगी है। लंबित बकाये से प्रभावित किसानों ने आरोप लगाया कि, मिल के कुप्रबंधन के चलते गन्ना भुगतान में देरी हो रही है। गन्ना किसानों ने लंबित भुगतान की मांग को लेकर नवंबर 2019 के बाद से कई बार मिल का दौरा किया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
किसानों ने यह आरोप लगाया कि, न तो मिल निदेशक और न ही अन्य अधिकारी उनकी समस्याओं के समाधान के लिए तैयार हैं। मिल के प्रबंध निदेशक जी.एस.भाटिया ने कहा कि, चीनी निर्यात की लगभग 4 करोड़ की राशी केंद्र सरकार के पास अटकी पड़ी है, जिसके कारन किसानों को भुगतान में देरी हो रही है। केंद्र सरकार से पैसा मिलने के बाद तुरंत किसानों का भुगतान किया जाएगा।