फगवाड़ा, पंजाब: चीनी मिल द्वारा गन्ना बकाया भुगतान में विफलता के चलते किसान संगठन आक्रामक हो गया है, और उन्होंने अब भुगतान होने तक आन्दोलन करने का मन बना लिया है। भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) ने कहा कि, वह चीनी मिल द्वारा गन्ना किसानों का लगभग 42 करोड़ रुपये का बकाया न चुकाने के विरोध में 2 नवंबर को धरना देगा।
PTI में प्रकाशित खबर के मुताबिक, किसान पिछले तीन साल से लंबित 42 करोड़ रुपये के भुगतान की मांग कर रहे है। भुगतान की मांग को लेकर कई बार मिल प्रबंधन को आवेदन दिया गया, लेकिन फिर भी मिल भुगतान करने में नाकाम रही। भुगतान में देरी से किसान आर्थिक मुसीबत में फँस गये है। बीकेयू (डी) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृपाल सिंह मूसेपुर ने कहा कि, ब्याज सहित बकाया का भुगतान किया जाना चाहिए और उसके बाद ही मिल को बिना किसी देरी के शुरू किया जाना चाहिए क्योंकि पेराई सत्र पहले ही नजदीक आ चुका है।
महासचिव सतनाम सिंह साहनी ने कहा कि, पिछले महीने, किसानों ने चीनी मिल के गेट पर ताला लगा दिया था और गन्ना किसानों का बकाया भुगतान करने के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए चार दिवसीय धरना दिया था, क्योंकि इसके मालिक किश्तों में बकाया भुगतान करने के अपने वादे से मुकर गए थे।