चंडीगढ़: पंजाब की सहकारी चीनी मिलें 10 नवंबर के बाद गन्ने की कटाई के लिए श्रमबल की उपलब्धता के अनुसार पेराई सत्र 2019-20 शुरू करेंगी।
राज्य के सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि सहकारी चीनी मिलों के महाप्रबंधकों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे गन्ने की समय पर पेराई सुनिश्चित करें और गन्ना किसानों को सुविधा प्रदान करें।
रंधावा ने कहा की महाप्रबंधकों को निर्देश दिया गया है कि पेराई सत्र 2019-20 के शुरू होने से पहले संयंत्र और मशीनरी का परीक्षण 1 नवंबर, 2019 तक पूरा कर लिया जाए और हर सहकारी चीनी मिल को 10 नवंबर तक पेराई प्रक्रिया शुरू करने के लिए तैयार किया जाए।
उन्होंने कहा कि मिलों को अपने-अपने क्षेत्रों में गन्ने की कटाई के लिए श्रम उपलब्धता पर भी विचार करना चाहिए और 10 नवंबर के बाद गन्ने की खेती करने वालों की जरूरत के अनुसार पेराई शुरू कर देना चाहिए।
मंत्री ने कहा कि पूरी प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए ऑनलाइन मोड में जाने के अलावा पेराई सत्र 2019-20 के दौरान 72 घंटे के भीतर गन्ना किसानों को सहकारी चीनी मिलों द्वारा भुगतान करने की पर्याप्त व्यवस्था करने के संबंध में भी निर्देश दिए गए हैं।
गन्ना किसानों को सहकारी चीनी मिलों में अपनी उपज लाने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के लिए दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं।
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