होशियारपुर : संयुक्त गन्ना संघर्ष समिति के बैनर तले धरना दे रहे दोआबा और माझा के 10 किसान संगठनों ने आज (5 दिसंबर) अपना धरना समाप्त कर दिया।वे गन्ने की कीमत में बढ़ोतरी और क्षतिग्रस्त गन्ने की फसल के मुआवजे की मांग को लेकर चीनी मिल, मुकेरियां के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना दे रहे थे। प्रशासन ने उन्हें आश्वासन दिया कि, कैबिनेट सब कमेटी के साथ बैठक के बाद उनकी मांगें पूरी कर दी जायेंगी।
डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने बताया कि, 5 दिसंबर को पंजाब भवन चंडीगढ़ में कैबिनेट सब कमेटी और संयुक्त गन्ना संघर्ष मोर्चा के सदस्यों की बैठक होगी। किसान नेता गुरनाम सिंह जहानपुर ने कहा कि, किसानों की मुख्य मांगों में यह भी शामिल है कि किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए मिलों के स्थानीय स्तर पर एक कमेटी बनाई जाए।पंजाब की सहकारी मिलों में हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों की मांगों का समाधान किया जाए और मिलों को तुरंत चलाया जाए। उन्होंने कहा कि, गन्ने की उत्पादन लागत 470 रुपये प्रति क्विंटल है, इसलिए किसानों को गन्ने का मूल्य उसी हिसाब से दिया जाना चाहिए। अगर सरकार इन मांगों को मानने पर राजी नहीं हुई तो किसान फिर से संघर्ष शुरू करेंगे।