पंजाब: बटाला में सहकारी चीनी मिल की क्षमता बढ़ाकर 3,500 टन प्रतिदिन कर दिया गया

चंडीगढ़ : पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुदियान के निर्देशों के बाद पंजाब कृषि विभाग ने अन्य कृषि उत्पादों पर उर्वरकों के टैग लगाने की प्रथा की जांच के लिए चार टीमें गठित की हैं। खुदियान ने किसानों के एक समूह के साथ बैठक के बाद यह आदेश दिया। इसके अलावा विभाग ने डायमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) उर्वरक की कमी और गन्ने की कीमतों में वृद्धि की मांग पर चर्चा की।

द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उन्होंने यह भी कहा कि, बटाला में सहकारी चीनी मिल की क्षमता को 1,500 टीसीडी की पिछली क्षमता से बढ़ाकर 3,500 टन प्रतिदिन (टीसीडी) कर दिया गया है।

राज्य सरकार को करीब 35 लाख हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की बुवाई की उम्मीद है, जिसके लिए करीब 5.50 लाख मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक की जरूरत होगी। राज्य सरकार ने आगामी रबी सीजन के लिए किसानों के लिए उर्वरकों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए केंद्र से संपर्क किया है। खुदियान ने गन्ने की कीमतों में वृद्धि की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य ने 27 सितंबर को राज्य गन्ना नियंत्रण बोर्ड की बैठक निर्धारित की है और सभी मिलें निर्धारित समय पर पेराई शुरू कर देंगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here