चंडीगढ़: द हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, आटा मिलों में अनाज की कमी के कारण पंजाब में गेहूं के आटे की कीमतें 40 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। इसके कारण अन्य उपोत्पादों की कीमतों में 10 से 15 रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि हुई है, खुदरा बाजार में परिष्कृत गेहूं का आटा (मैदा) 45 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है। यदि स्थिति बनी रहती है, तो ब्रेड सहित अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में भी वृद्धि देखी जा सकती है।
पंजाब रोलर आटा मिलर्स एसोसिएशन के प्रमुख नरेश घई ने कहा कि, उन्होंने कभी इतनी गंभीर कमी नहीं देखी। उन्होंने कहा, हमारे स्टॉक खत्म हो गए है। हम दिन-प्रतिदिन के संचालन के लिए राजस्थान और उत्तर प्रदेश से स्टॉक ला रहे हैं।उन्होंने कहा कि, राज्य सरकार को केंद्र से विशेष पैकेज के लिए दबाव डालना चाहिए। राज्य में 85 बड़े पैमाने की रोलर आटा मिलें हैं, जो हर महीने 2 लाख टन गेहूं को आटे और अन्य उपोत्पादों में संसाधित करती हैं।
घई ने आगे बताया, हर बुधवार को तीन घंटे के लिए, भारतीय खाद्य निगम (FCI) खुले बाजार बिक्री योजना (OMSS) के तहत गेहूं के स्टॉक की नीलामी करता है। कमी इतनी गंभीर है कि बोली ₹2,325 प्रति क्विंटल के आरक्षित मूल्य के मुकाबले ₹3,100 प्रति क्विंटल तक जा रही है।राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि राज्य से खरीदा गया सारा स्टॉक केंद्र की संपत्ति है और राज्य को विशेष पैकेज देने के बारे में केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय को निर्णय लेना है।