कोल्हापुर : राजाराम सहकारी चीनी मिल चुनाव के लिए तीन सप्ताह से चल रहे जोरदार प्रचार अभियान का शुक्रवार को समापन हो गया। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कट्टर प्रतिद्वंद्वी सतेज पाटिल और महादेवराव महाडिक को अपने-अपने गढ़ में रैलियां करते देखा गया। जबकि कांग्रेस एमएलसी पाटिल ने कस्बा बावड़ा में रैली की, पूर्व एमएलसी और भाजपा नेता महाडीक ने शिरोली पुलाची में रैली की।
पाटिल ने किसानों के लिए गन्ने की ऊंची कीमतों, सह-उत्पादन संयंत्र, एथेनॉल डिस्टिलरी और कई अन्य पहलों की स्थापना का वादा किया है। दूसरी ओर, महाडीक ने किसानों को जादा गन्ना मूल्य और मिल की पेराई क्षमता में वृद्धि का आश्वासन दिया।आपको बता दे की, 2015 में, पाटिल का पैनल महाडीक पैनल से मामूली अंतर से हार गया था।राजनीतिक जानकारों का कहना है कि, पाटिल के पैनल की जीत जिले की राजनीति में एक निर्णायक क्षण होगी।
कांग्रेस एमएलसी पाटिल ने हाल के सालों में अपने प्रतिद्वंद्वी पर कई बार जीत हासिल की है।
2014 के विधानसभा चुनाव में अमल महाडीक से हारने के बावजूद सतेज पाटिल तीन बार के एमएलसी महादेवराव महाडिक को हराकर एमएलसी बने।उन्होंने धनंजय महाडीक के खिलाफ लोकसभा चुनाव में विजयी शिवसेना उम्मीदवार का समर्थन किया। उनकी सबसे हालिया जीत गोकुल सहकारी डेयरी चुनावों में हुई, जहां उनके पैनल ने महादेवराव महाडिक से सत्ता छीन ली।पाटिल की जीत से महादेवराव महाडिक को एक और झटका लगेगा, जो हारने पर आगामी स्थानीय निकाय, विधानसभा और लोकसभा चुनावों में खुद को और भाजपा को मजबूत करना बहुत मुश्किल होगा।