कोल्हापुर: स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष, और पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने चेतावनी दी कि, अगर पिछले साल का शत – प्रतिशत एफआरपी भुगतान नही किया गया, तो इस सीजन में चीनी मिलों तक गन्ना नहीं पहुँचने देंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि, कोरोना के बावजूद, इस साल ‘गन्ना परिषद’ होकर रहेगी, और आठ दिनों में इसकी घोषणा की जाएगी। दूसरी ओर विधायक सुरेश धस ने चेतावनी दी है कि, जब तक गन्ना श्रमिकों के वेतन और परिवहन दरों को बढ़ाने के लिए कोई समझौता नहीं किया जाता है, तब तक मजदूर गन्ने को नहीं छूएंगे।
हर साल स्वाभिमानी शेतकरी संघठन ‘गन्ना परिषद’ में हजारों किसानों की उपस्तिथि में एफआरपी दरों की मांग की जाती है। इसके बाद मिल मालिक, संघठन के प्रतिनिधि मिलकर गन्ने का मूल्य पर चर्चा करते है। शेट्टी ने कहा कि, कोरोना की पृष्ठभूमि पर सम्मेलन रद्द नहीं किया जाएगा, इस साल भी ‘गन्ना परिषद’ आयोजित की जाएगी। ‘गन्ना परिषद कब लेनी है, कैसे लेनी है, यह एक हफ्ते में ही तय किया जाएगा। शेट्टी ने कहा कि, राज्य में कई मिलों ने पिछले साल की एफआरपी का भुगतान नहीं किया है। कई मिलों ने नए सीज़न में FRP का किश्तों में निपटान करने के लिए किसानों से सहमति लेनी शुरू कर दी है। हम इसके खिलाफ हैं।
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