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पुणे : चीनीमंडी
स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (एसएसएस) के प्रमुख राजू शेट्टी ने सोमवार को चेतावनी दी कि, अगर गन्ना किसानों का उचित और पारिश्रमिक मूल्य (एफआरपी) का बकाया भुगतान नहीं किया जाता है, तो चीनी मिलों के खिलाफ फिर से आंदोलन शुरू किया जाएगा। शेट्टी ने सोमवार को चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की और पूछा कि बकाएदारों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।
केवल 43 ने ही पूर्ण एफआरपी का भुगतान किया…
शेट्टी ने कहा की, चुनाव अभियान के चलते अधिकारियों ने चीनी मिलों पर अपनी पकड़ को शिथिल कर दिया था। लेकिन हम सड़कों और अदालत में लड़कर किसानों के लिए अपना संघर्ष जारी रखेंगे। लंबित एफआरपी बकाया राशि एक बड़ी राशि है। गायकवाड़ ने पहले कहा था कि राज्य भर में 190 चीनी मिलों को अभी तक किसानों को बकाया 3,607 करोड़ रुपये जमा करने हैं। चीनी आयुक्त ने कहा, महाराष्ट्र की 195 चीनी मिलों में से केवल 43 ने ही किसानों को पूर्ण एफआरपी का भुगतान किया है।
भुगतान नहीं किया तो आंदोलन शुरू करने के लिए बाध्य : शेट्टी
शेट्टी ने कहा कि, इससे पहले, चीनी मिल के मालिकों ने वित्तीय और अन्य प्रबंधकीय समस्याओं के बहाने पूर्ण एफआरपी बकाया का भुगतान करने में असमर्थता जताई थी। हमने एक समझौता किया था, जिसमें मिलर पहली किस्त में एफआरपी का 80% और दूसरी किस्त में शेष राशि का भुगतान कर सकते थे। लेकिन, अब पेराई सत्र खत्म होने के बाद भी मिलों ने किसानों को शेष राशि का भुगतान नहीं किया है, यदि मिल मालिकों ने किसानों को उनका बकाया भुगतान नहीं किया तो वे आंदोलन शुरू करने के लिए बाध्य होंगे।