कोल्हापुर: चीनी मिलों और सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (एसएसएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने सोमवार को मांग की कि, चीनी मिलों को बिना किसी कटौती के एकमुश्त एफआरपी देनी चाहिए, और इस साल पेराई सत्र के लिए गन्ना कटाई मजदुर और परिवहन मजदूरों को दी जाने वाली 14 प्रतिशत ज्यादा राशि की तर्ज पर किसानों के लिए भी कुल एफआरपी में भी 14 प्रतिशत वृद्धि करनी चाहियें। स्वाभिमानी शेतकरी संघठन का 19 वां गन्ना सम्मेलन 2 नवंबर को वर्चुअल मोड के माध्यम से आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए शेट्टी ने कहा कि, चीनी मिलों को एकमुश्त एफआरपी का भुगतान करना चाहिए और गन्ना किसानों को कुल एफआरपी पर 14 प्रतिशत की अतिरिक्त राशि दी जानी चाहिए, जिसका भुगतान पेराई सत्र के अंत में किसानों को किया जाना चाहिए।
शेट्टी ने आगे कहा कि, वह दो से तीन किस्तों में एफआरपी नहीं लेंगे और चेतावनी दी कि यदि किसानों को एफआरपी का एकमुश्त भुगतान नहीं मिला तो वे इस साल के पेराई सत्र को चलने नहीं देंगे। यदि चीनी मिलर्स पेराई सत्र के अंत में कुल एफआरपी राशि पर 14 प्रतिशत बढ़ोतरी के अलावा, एक एकमुश्त एफआरपी की पहली किस्त देने में विफल रहे, तो ‘एसएसएस’ कार्यकर्ता मिलों की चीनी बिक्री करके राशि वसुल करेंगे।
यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.