नई दिल्ली: स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नेता और पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने कृषि मूल्य आयोग के अध्यक्ष विजय पाल शर्मा से गन्ने की एफआरपी बढ़ाने की मांग की। राजू शेट्टी ने कहा की, केंद्र सरकार ने गन्ना किसानों को एफआरपी के अनुसार दर का भुगतान करने का रणनीतिक निर्णय लिया है। जिस समय सरकार ने यह निर्णय लिया, उस समय गन्ना उपोत्पाद एथेनॉल के उत्पादन की कोई नीति नहीं थी। एफआरपी नीति तय करते समय एथेनॉल उत्पादन पर विचार नहीं करने से गन्ना किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
केंद्र सरकारने ऊस उत्पादक शेतक-यांना एफ. आर. पी. नुसार दर देण्याचा धोरणात्मक निर्णय घेतलेला आहे. या धोरणानुसार ज्यावेळेस हा निर्णय केंद्र सरकारने घेतला त्यावेळेस ऊसापासून मिळणा-या उपपदार्थात इथेनॅाल करण्याचे धोरण त्यावेळेस अस्तित्वात नसल्याने व यामधून तयार होणा-या इथेनॅालचे pic.twitter.com/8K1oY6RyAZ
— Raju Shetti (@rajushetti) November 9, 2022
राजू शेट्टी ने कहा पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने के अनुकूल नीतिगत निर्णय से भारतीय चीनी उद्योग को काफी हद तक फायदा हो रहा है। जिसके कारण एथेनॉल अब गन्ना पेराई का अंतिम उत्पाद बनता जा रहा है। लेकिन दुर्भाग्य से चीनी मिल मालिक इस लाभ को गन्ना किसानों के साथ साझा करने के लिए तैयार नहीं है। वर्तमान में गन्ने की खेती की लागत काफी हद तक बढ़ गई है।