हरिद्वार: इकबालपुर चीनी मिल पर किसानों का 258 करोड़ रुपये बकाया है। चीनी मिल की ओर से दो साल से गन्ना किसानों का भुगतान नहीं किया गया है। बकाया को लेकर किसानों ने कई बार आंदोलन किया, फिर भी उन्हें भुगतान करने में चीनी मिल प्रशासन विफ़ल रहा है। आख़िरकार किसानों का भुगतान करने के लिए मिल की चीनी बेचने का फैसला लिया गया है। चीनी मिल द्वारा गन्ना बकाया भुगतान को लेकर जल्द ही किसानों को राहत मिलने का आसार दिखाई दे रहे है। किसानों का बकाया भुगतान मुमकिन हो इसलिए चीनी नीलामी प्रक्रिया शर्तो में कुछ ढील देने का आग्रह गन्ना आयुक्त ने तहसीलदार से किया है। तहसीलदार ने शासन से अनुमति लेकर शर्तों में ढील देने का भरोसा दिया है। इकबालपुर मिल समय पर गन्ना किसानों का भुगतान करने में नाकाम रही है, जिससे किसानों में काफी आक्रोश है। गन्ना आयुक्त हर हालत में नीलामी करके किसानों का भुगतान करने के पक्ष में है।
गन्ना आयुक्त द्वारा इकबालपुर मिल को आरसी जारी करने के बाद मिल की चीनी नीलाम करने की योजना बनाई गई थी। तीन सितंबर को चीनी नीलाम कर किसानों का भुगतान किया जाना था, लेकिन व्यापारियों ने नीलामी के कठोर नियम देखकर चीनी खरीदने से मना कर दिया था, जिससे किसानों के भुगतान में देरी हो गई। इसके चलते सहायक गन्ना आयुक्त शैलेंद्र सिंह ने तहसीलदार भगवानपुर सुशीला कोठियाल से नीलामी शर्तो में ढील देने का आग्रह किया है। अब जल्द ही फिर एक बार नीलामी की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
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