फाजिल्का (पंजाब): लेबर नहीं मिलने के कारण चीनी मिल सहित गन्ना किसानों को भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है लेकिन अब उनकी समस्या का निधान होता हुआ नजर आ रहा है।
यहां के गन्ना उत्पादकों और किसानों के लिए शुगरकैन हारवेस्टर मशीन लाये जाने से क्षेत्र में खुशी का माहौल है। इससे गन्ना उत्पादकों और किसानों के साथ ही शुगर मिल को भी फायदा होने की उम्मीद है।
मशीन का उद्घाटन शुक्रवार को गांव बेगांवाली के सरपंच सुरिंद्र बिल्लू के खेतों में गन्ने की कटाई करके की गई तथा इसके बारे में ज्यादा जानकारी देने के लिए सेमिनार का आयोजन भी किया गया। इस मौके पर शुगरकैन एडवाइजर गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने कहा कि इस मशीन से समय के साथ धन की भी बचत होगी। एक एकड़ गन्ने की फसल 10 मजदूर तीन दिन में काट पाते हैं, जबकि मशीन से एक दिन में पांच एकड़ फसल की कटाई की जा सकती है। इससे गन्ना उत्पादकों और किसानों को लेबर न मिलने की समस्या से निजात मिल जाएगी। यह मशीन बीरजोत किसान सेवा सोसायटी, जालंधर की ओर से खरीदी गई है। उन्होंने किसानों से अपने खेतों में ट्रैंच विधि से बिजाई करने का आह्वान किया।
बता दें कि फाजिल्का के गांव बोदीवाला पिथा में स्थित चीनी मिल को चलाने के लिए बड़ी मात्रा में गन्ने की जरूरत पड़ती है। साल 2018-19 में 2900 हेक्टेयर भूमि पर गन्ने की खेती हुई थी, जबकि पेमेंट व लेबर न मिलने के कारण साल 2019-20 में 1800 हैक्टेयर पर ही गन्ने की खेती की गई। पंजाब सरकार ने किसानों का बकाया भुगतान कर दिया है तथा इस मशीन के आने से लेबर की समस्या भी दूर होने की उम्मीद है। अनुमान है कि किसान अब अधिक गन्ने की खेती कर सकेंगे, जिसका फायदा फाजिल्का शुगर मिल को भी मिलेगा। मिल के जीएम सुरिंद्र पाल ने बताया कि जल्द ही ऐसी एक और मशीन लाई जाएगी।
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