पुणे : चीनी मंडी
लॉकडाउन के कारण राज्य के विभिन्न जिलों के कई चीनी मिलों में लाख से ज्यादा गन्ना कटाई मजदूर घर लौटना चाहते थे, सरकार के आदेश के अब उन्हें सहीसलामत अपने गांवो तक पहुंचाया गया है। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन किया गया है। जिसके कारण कोरोना महामारी का प्रसार रोखने में कामयाबी भी हासिल हुई है। लॉकडाउन के कारण मिलों में ही फंसे गन्ना कटाई मजदूरों की राज्य सरकार और चीनी मिलों की तरफ से अच्छी देखभाल की गई। पिछले कुछ दिनों से लाख से ज्यादा गन्ना श्रमिकों को सुरक्षित उनके गांव तक रवाना किया गया है।
पुणे, नागपुर और औरंगाबाद संभागों के विभिन्न जिलों से गन्ना श्रमिक हैं। गांव आने के बाद क्वारंटाइन किया गया था, और मौके पर सभी श्रमिकों की चिकित्सकीय जांच की गई।
यह सब कैसे मुमकिन हुआ?
गन्ना श्रमिकों को उनके विभाग और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा उनके घर लौटने की विशेष व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया था।
संबंधित जिला कलेक्टर और चीनी मिलों के समन्वय में, एक योजना तैयार की गई थी। जिसमे इन श्रमिकों को एक जिले से दूसरे जिले में, फिर गाँव और अंत में घर तक कैसे पहुँचाया जाए। बस यात्रा के लिए विशेष मार्ग तय किए गए थे।
श्रमिकों को बस में बैठने से पहले चिकित्सा जांच से गुजरना पड़ा। फिर उन्हें बस में बिठाया गया। जिले की सीमा तक पहुंचने के बाद, अधिकारीयों की मदद से फिर से उनकी चिकित्सा जांच की गई।
यह पुरे प्रक्रिया में सारे जिला प्रशासन ने बहुत ही अच्छे तरीके से काम किया है। जिस व्यवस्थित और समन्वय तरीके से सब ने काम किया यह काबिले तारीफ है।
यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.