पडरौना, उत्तर प्रदेश: छितौनी तमकुही रेल परियोजना व छितौनी चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति की बैठक हुई। इसमें इन परियोजनाओं को चालू करने के लिए आंदोलन करने का फैसला लिया गया। संघर्ष समिति के सुभाष पहलवान ने कहा कि, अगर छितौनी चीनी मिल शुरू की जाती है तो इस इलाके के हजारों किसान इससे लाभान्वित हो सकते है। युआओं को नौकरी के अवसर मिल सकते है, और साथ ही छोटे-बड़े उद्योग भी चल सकते है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा, यूपी व बिहार के दोआब में बसा छितौनी पिछड़ रहा है। दोनों प्रदेश की सरकार इस प्रदेश के विकास के लिए कोई पहल नहीं कर रही है। अगर दोनों प्रदेशों की सरकारें कोई ठोस कदम नही उठाती है, तो फिर आंदोलन किया जायेगा। बैठक को इंजीनियर राजू मल्ल, राजेंद्र अग्रवाल, शैलेश यदुवंशी, अमरजीत कुशवाहा, अनुपमा मिश्रा, प्रेमलाल गुप्ता, गोविंद प्रसाद, कमलेश गुप्ता, सुनील साहनी आदि मौजूद रहे।