गोपालगंज (बिहार): ऐसा आरोप है की गोपालगंज जिले के कुचायकोट प्रखंड में सासामुसा स्थित सासामुसा शुगर वर्क्स का प्रबंधन रातोंरात चीनी मिल को बंद कर फरार हो गया, जिससे कर्मचारियों का 12 करोड़ रुपये तथा क्षेत्र के किसानों का लगभग 40 करोड़ रुपये का गन्ने का बकाया भुगतान फंस गया है। इससे चीनी मिल बंद होने के कगार पर है।
यह घटना गणतंत्र दिवस के दिन की है। मिल के अचानक बंद होने से इसके चार सौ से ज्यादा कर्मचारियों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। साथ ही यहां के किसानों के लिए अपना गन्ना बेचने की समस्या भी खड़ी हो गई है। प्रबंधक के इस तरह फरार होने की खबर मिलते ही आक्रोशित कर्मचारियों ने मिल गेट पर पहुंचकर इसे फिर से चालू करने की मांग पर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पता चला है कि मिल प्रबंधक महमूद अली पिछले हफ्ते अचानक मिल को बंद कर गायब हो गए, जिसके बाद मिल के मजदूरों और किसानों ने धरना-प्रदर्शन किया। अगले दिन मिल प्रबंधन से जुड़े साजिद अली ने धरनास्थल पर पहुंचकर मजदूरों को मिल का संचालन चालू रखने और किसानों को गन्ने का भुगतान करने का भरोसा दिया, जिसके बाद मिल को फिर चालू किया गया। लेकिन ऐसा आरोप है की रविवार की सुबह साजिद अली भी अचानक मिल को बंद कर अपने परिवार सहित फरार हो गए।
खबर मिलते ही कर्मचारियों, मजदूरों और किसानों ने मिल गेट पर फिर से प्रदर्शन शुरू कर दिया जो सोमवार को भी जारी रहा। उन्होंने बताया कि मिल प्रबंधन पर साल 2012 से मिल मजदूरों और कर्मियों का करीब 12 करोड़ रुपए बकाया हैं। यही नहीं, मिल पर हजारों किसानों का 40 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान भी बाकी है। उन्होंने मिल चालू होने तक प्रदर्शन जारी रखने की घोषणा की है।
यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.