पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय में राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में जानकारी दी की सरकार भारत में एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम के तहत पेट्रोल में एथेनॉल के मिश्रण को लगातार बढ़ावा दे रही है। देश के लिए पेट्रोल आयात की निर्भरता को कम करने, विदेशी मुद्रा में बचत करने, घरेलू कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने और संबंधित पर्यावरणीय लाभों सहित कई अन्य उद्देश्यों के साथ यह पहल की गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (OMCs) ने एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल कार्यक्रम के तहत एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2022-23 के दौरान एथेनॉल मिश्रण के परिणामस्वरूप लगभग 509 करोड़ लीटर पेट्रोल की बचत की है, जिसके परिणामस्वरूप 24,300 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी मुद्रा का लाभ हुआ है और किसानों को लगभग 19,300 करोड़ रुपये का शीघ्र भुगतान किया गया है। इस पहल से कृषि क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिला है।
सरकार ने कुल 1212 परियोजनाओं को सहायता स्वीकृत की हैं। इनमें 590 शीरा-आधारित; 474 अनाज आधारित; और एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल के तहत एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए ब्याज में छूट योजना के तहत 148 दोहरे लाभ पर आधारित परियोजनाएं शामिल हैं।