लखनऊ: देश के सबसे बड़े गन्ना उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन इस सीजन कम होने का अनुमान है। उत्पादन में गिरावट मुख्य रूप से एथेनॉल उत्पादन में मोड़ के कारण है, साथ ही बढ़ती बीमारी और कीट संक्रमण ने भी उत्पादन को प्रभावित किया है। उत्तर प्रदेश में पिछले सीजन के मुकाबले चीनी रिकवरी पर भी असर दीखता हुआ नजर आ रहा है।
फाइनेंसियल एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मिलर का कहना है कि, तापमान में अचानक वृद्धि से चीनी की रिकवरी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है। तापमान अचानक बढ़ने लगा है। यह पहले ही 37-38 डिग्री तक पहुंच चुका है और अगले सप्ताह तक हम इसके 40 डिग्री को पार करने की उम्मीद कर रहे हैं। ISMA ने 2021-22 में उत्तर प्रदेश में 102 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान लगाया था, जबकि पिछले वर्ष 110.59 लाख टन था। 25 चीनी मिलों ने पहले ही पेराई का काम बंद कर दिया है, उनमें से ज्यादातर पूर्वी यूपी में हैं। अधिकांश मिलें अप्रैल तक पेराई बंद कर देंगी।
23 मार्च तक, उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों ने लगभग 817.01 लाख टन गन्ने की पेराई की थी और 82.28 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था। सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक गन्ना किसानों को 18,032.74 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया, जो भुगतान का 70.59 प्रतिशत है।