महाराष्ट्र के कोल्हापुर, छत्रपती संभाजी नगर, नांदेड़ और अमरावती विभाग में पेराई सत्र पूरी तरह से खत्म हो चूका है। सोलापुर विभाग में भी मात्र एक चीनी मिल में पेराई जारी है।
चीनी आयुक्तालय के रिपोर्ट के मुताबिक, 23 अप्रैल, 2024 तक कोल्हापुर विभाग में 40, छत्रपती संभाजी नगर विभाग में 22, नांदेड़ विभाग में 29 और अमरावती विभाग में 4 चीनी मिलों ने पेराई में भाग लिया था। जबकि सोलापुर विभाग में 50 में से 49 चीनी मिलों ने पेराई बंद कर दिया है।
राज्य में अब मात्र 07 चीनी मिलें ही पेराई कर रही है और चीनी उत्पादन 110 लाख टन के करीब है। और साथ ही राज्य में चीनी उत्पादन पिछले सीजन के मुकाबले अब तक ज्यादा हुआ है।
चीनी आयुक्तालय के रिपोर्ट के मुताबिक, इस सीजन कुल मिलाकर 207 चीनी मिलों ने पेराई में भाग लिया था। जिसमे 103 सहकारी एवं 104 निजी चीनी मिलें शामिल है, और 1069.09 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है। 23 अप्रैल, 2024 तक, राज्य में 1096.73 लाख क्विंटल (109.67 लाख टन) चीनी का उत्पादन किया गया है। पिछले सीजन में इसी समय 211 चीनी मिलों ने पेराई में भाग लिया था और उन्होंने 1053.91 लाख टन गन्ना पेराई कर 1052.3 लाख क्विंटल (105.23 लाख टन) चीनी का उत्पादन किया था।
महाराष्ट्र में वर्तमान सीजन में पिछले सीजन के मुकाबले अब तक 200 चीनी मिलों ने पेराई बंद किया है जबकि पिछले सीजन में 211 चीनी मिलों ने पेराई बंद किया था। और साथ ही इस सीजन में चीनी रिकवरी में मामूली बढ़ोतरी भी नजर आ रही है। सीजन 2023-24 में 23 अप्रैल, 2024 तक राज्य में चीनी रिकवरी 10.26 प्रतिशत है जबकि पिछले सीजन में इस समय तक चीनी रिकवरी 10.00 प्रतिशत थी।