नई दिल्ली : भारत में गन्ना पेराई सत्र 2023-24 अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है, क्योंकि बड़ी संख्या में चीनी मिलों ने परिचालन बंद करना शुरू कर दिया है। इंडियन शुगर एंड बायो-एनर्जी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ISMA) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू 2023-24 चीनी सीजन में 31 मार्च, 2024 तक चीनी का उत्पादन 302.02 लाख टन तक पहुंच गया, जबकि पिछले साल इसी तारीख को 300.77 लाख टन का उत्पादन हुआ था।
कुल मिलाकर, मार्च के अंत तक देश भर में 322 मिलों ने अपना पेराई कार्य बंद कर दिया है, जबकि पिछले साल 346 मिलें बंद हुई थीं। यानी इस साल चालू मिलों की संख्या 210 से अधिक है, जबकि पिछले साल इसी तारीख को 187 मिलें काम कर रही थी। ISMA ने पहले मार्च के मध्य में सीजन 2023-24 के लिए अपने शुद्ध चीनी उत्पादन अनुमान को संशोधित कर 320 लाख टन कर दिया था।घरेलू खपत 285 लाख टन होने की उम्मीद है।
ISMA के अनुसार, उपरोक्त उत्पादन और खपत के आंकड़ों के साथ, सीजन के अंत तक 91 लाख टन के स्वस्थ समापन स्टॉक का अनुमान लगाया जा सकता है।मौसम पूर्वानुमान एजेंसियों ने वर्ष 2024 के लिए सामान्य से सामान्य से अधिक दक्षिण पश्चिम मानसून की भविष्यवाणी की है। परिणामस्वरूप, 2024-25 के लिए मध्यम पेराई सत्र की उम्मीद है।ISMA ने सरकार से चालू सीजन में 10 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति देने का अनुरोध किया है।