देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक में भी पेराई सत्र ने रफ्तार पकड़ ली है। राज्य में सूखे से चीनी उत्पादन पर असर पड़ने की संभावना है। लेकिन पिछले सीजन के मुकाबले औसत चीनी रिकवरी में मामूली बढोतरी दिख रही है।
नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड के आकड़ों के मुताबिक, 30 नवंबर 2023 तक, कर्नाटक में औसत चीनी रिकवरी 8.50 प्रतिशत है जबकि पिछले सीजन इसी तारीख तक राज्य में औसत चीनी रिकवरी 8.00 प्रतिशत थी। राज्य में 73 चीनी मिलों में पेराई सत्र 2023-24 प्रारंभ हो चूका है और 129.41 लाख टन गन्ने की पेराई की गई है और अब तक 11 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है। वही इस समय तक पिछले सीजन राज्य में 70 चीनी मिलों द्वारा 151.88 लाख टन गन्ना पेराई कर 12.15 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ था।
नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड के अनुसार राज्य में 38 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है।
देश में 30 नवंबर 2023 तक, चीनी उत्पादन 43.20 लाख टन हुआ है जबकि इसी समय पिछले सीजन 48.35 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ था।