वैसे तो महाराष्ट्र में पेराई सीजन 1 नवंबर, 2023 से शुरू हो गया है, लेकिन किसान संगठनों के आंदोलन के कारण सांगली और सतारा जिलों के साथ कोल्हापुर में पहले कुछ दिनों में सीज़न बहुत धीमी गति से शुरू हुआ। हालांकि, अब पेराई ने रफ्तार पकड़ ली है। यही कारण है कि महाराष्ट्र देश में गन्ना और चीनी उत्पादन में उत्तर प्रदेश से आगे है।
नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड (NFCSF) के आकड़ों के मुताबिक, 31 दिसंबर 2023 तक, महाराष्ट्र में 195 चीनी मिलों में पेराई सत्र 2023-24 प्रारंभ हो चूका है और 426.82 लाख टन गन्ने की पेराई की गई है और अब तक 38.20 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है। वही उत्तर प्रदेश में अब तक 120 चीनी मिलों में पेराई सत्र शुरू है। उत्तर प्रदेश में 359.07 लाख टन गन्ना पेराई कर 34.65 लाख टन चीनी उत्पादन किया गया है। लेकिन अगर रिकवरी की बात करे तो, उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र से आगे है। महाराष्ट्र में चीनी रिकवरी 8.95 प्रतिशत है जबकि उत्तर प्रदेश में 9.65 प्रतिशत है।
NFCSF के आकड़ों के मुताबिक, देश में 511 चीनी मिलों में पेराई सत्र 2023-24 प्रारंभ हो चूका है और 1222.64 लाख टन गन्ने की पेराई की गई है और अब तक 112.10 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है।