पुणे: वैसे तो महाराष्ट्र में पेराई सीजन 1 नवंबर, 2023 से शुरू हो गया है, लेकिन किसान संगठनों के आंदोलन के कारण सांगली और सतारा जिलों के साथ कोल्हापुर में पहले कुछ दिनों में सीज़न बहुत धीमी गति से शुरू हुआ। हालांकि, पिछले दस-बारह दिन से पेराई ने रफ्तार पकड़ ली है। यही कारण है कि महाराष्ट्र देश में गन्ना और चीनी उत्पादन में उत्तर प्रदेश से आगे है।
नेशनल कोऑपरेटिव शुगर एसोसिएशन के आंकड़ों के मुताबिक, 30 नवंबर, 2023 के अंत तक देश की चीनी मिलों ने 511 लाख टन गन्ने की पेराई की है, और अब तक 43.20 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। महाराष्ट्र ने 171.97 लाख टन गन्ने की पेराई करके सर्वाधिक 13.50 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है।
उत्तर प्रदेश में 144.20 लाख टन गन्ने की पेराई करके 13 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया है। 129.41 लाख टन गन्ने की पेराई कर 11.00 लाख टन चीनी का उत्पादन करके कर्नाटक ने तीसरा स्थान हासिल किया। हालांकि, चीनी रिकवरी में उत्तर प्रदेश ने बाजी मार ली है। उत्तर प्रदेश की चीनी रिकवरी 9.05 प्रतिशत है। कर्नाटक में चीनी रिकवरी 8.50 प्रतिशत है और महाराष्ट्र 7.85 प्रतिशत चीनी रिकवरी के साथ तीसरे पायदान पर है।