पुणे: राज्य की कई चीनी मिलों ने चालू पेराई सत्र के लिए एफआरपी राशि का भुगतान नहीं किया है। कई चीनी मिलों ने एफआरपी तोड़ी और किसानों को एकमुश्त भुगतान नहीं किया। कुछ मिलों ने पिछले साल की एफआरपी की राशि का भुगतान अभी तक नहीं किया है। स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नेता राजू शेट्टी ने बुधवार को इन सभी चीनी मिलों से चीनी को तत्काल जब्त करने की मांग की। शेट्टी ने यह मांग चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ से मुलाकात के दौरान की।
इस पर चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने कहा, जिन मिलों ने 30 प्रतिशत से अधिक का भुगतान नहीं किया है, या जिन मिलों ने निर्धारित समय के भीतर एफआरपी राशि का भुगतान नहीं किया है, तो उन पर राजस्व अधिनियम (आरआरसी) के तहत चीनी जब्त की कार्यवाई की जायेगी।
चर्चा के दौरान, शेट्टी ने कहा, बी हैवी मोलासिस के इस्तेमाल से इथेनॉल बनाने वाले मिलों की औसत चीनी रिकवरी में एक से डेढ़ प्रतिशत की कमी आएगी। जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान होगा। मिलों को एफआरपी के साथ अतिरिक्त धनराशि का भुगतान करने का आदेश दिया जाना चाहिए।”