मुंबई, चार अक्टूबर (PTI) चालू खाता घाटा बढ़ने की आशंकाओं तथा कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच रुपये की रिकॉर्ड गिरावट जारी रहने से गुरुवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 500 अंक से अधिक गिर गया।
इस बीच ब्रेंट क्रूड 86 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर करीब चार साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 527.94 अंक यानी 1.39 प्रतिशत टूटकर 35,447.69 अंक पर आ गया। बीएसई के अधिकांश समूह लाल निशान में रहे।
बड़ी कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, हीरो मोटोकॉर्प, मारुति सुजुकी, भारती एयरटेल, एचडीएफसी, इंफोसिस, कोल इंडिया, भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, अडाणी पोर्ट्स, एक्सिस बैंक, एनटीपीसी और पावरग्रिड के शेयर 4.75 प्रतिशत तक गिर गये।
बुधवार को सेंसेक्स करीब 550 अंक टूटा था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 164.60 अंक यानी 1.53 प्रतिशत गिरकर 10,693.65 अंक पर आ गया।
ब्रोकरों ने कहा कि अमेरिका में बाजार में अच्छी आय तथा अच्छे आर्थिक आंकड़ों के कारण निवेशकों के अमेरिका की तरफ रुख करने की आशंका से अधिकांश एशियाई बाजार गिरावट में रहे।
रुपये के 44 पैसे गिरकर नये रिकॉर्ड निचले स्तर 73.77 रुपये प्रति डॉलर पर आ जाने से भी निवेशकों की धारणा कमजोर हुई।
इस बीच उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री रुपये की गिरावट पर चर्चा करने के लिए आज दिन में विभिन्न मंत्रालयों के साथ बैठक करने वाले हैं।
एशियाई बाजारों में शुरुआती कारोबार में हांग कांग का हैंग सेंग, जापान का निक्की, सिंगापुर और ताईवान लगभग एक प्रतिशत गिर गये।
अमेरिका का डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज बुधवार को 0.20 प्रतिशत मजबूत होकर बंद हुआ था।