मुंबई, 10 सितंबर (PTI) बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को 468 अंक या 1.22 प्रतिशत के नुकसान से 38,000 अंक से नीचे आ गया। रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आने तथा चालू खाते का घाटा (कैड) बढ़ने से सेंसेक्स की धारणा प्रभावित हुई।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 467.65 अंक या 1.22 प्रतिशत के नुकसान से 37,922.17 अंक पर आ गया। यह इसकी 16 मार्च के बाद एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। उस दिन सेंसेक्स 509.54 अंक टूटा था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 151 अंक या 1.30 प्रतिशत टूटकर 11,500 अंक से नीचे 11,438.10 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी 11,427.30 अंक के निचले स्तर तक भी गया। यह छह फरवरी के बाद निफ्टी की एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।
अमेरिका चीन के बीच व्यापार विवाद गहराने के बीच वैश्विक बाजारों के नकारात्मक संकेतों से यहां भी बाजार धारणा प्रभावित हुई। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह चीन से सभी तरह के आयात पर शुल्क लगाने की चेतावनी दी है। वहीं चीन ने कहा है कि यदि अमेरिका ऐसा कोई कदम उठाता है तो वह भी जवाबी कदम उठाएगा।
मूडीज ने सोमवार को कहा कि रुपये में लगातार गिरावट भारतीय कंपनियों के साख की दृष्टि से नकारात्मक है। इससे भी बाजार की धारणा पर असर पड़ा।
इस बीच, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में देश का चालू खाते का घाटा (कैड) बढ़कर 15.8 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 15 अरब डॉलर पर था।