कोल्हापुर: स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के नेता राजू शेट्टी ने चीनी मिलों को गन्ना किसानों को तीन किश्तों में उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) का भुगतान करने की योजना के खिलाफ अपनी जागर यात्रा शुरू की। पूर्व सांसद शेट्टी ने दौरे की शुरुआत कोल्हापुर जिले के ज्योतिबा मंदिर से की। अब वह सभी गन्ना उत्पादक जिलों में स्थित सभी धार्मिक स्थलों का दौरा करेंगे। जागर यात्रा 15 अक्टूबर को सातारा जिले के फलटन में समाप्त होगी।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, शेट्टी ने आरोप लगाया कि, केंद्र सरकार महाराष्ट्र में गन्ना किसानों के लिए एफआरपी भुगतान का “गुजरात मॉडल” लागू करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, किश्तों में भुगतान किए जाने पर किसान फसल ऋण को चुकाने और बीज, उर्वरक और रसायन खरीदने में सक्षम नहीं होंगे। शेट्टी ने कहा, हम किश्तों में एफआरपी के भुगतान के खिलाफ हैं। केंद्र सरकार ने किस्तों में भुगतान करने का प्रस्ताव दिया है और महाराष्ट्र सरकार ने भी प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की है। मैं सभी धार्मिक स्थलों का दौरा करने और किसानों से बातचीत करने जा रहा हूं। हमने पहले ही एक मिस्ड कॉल अभियान शुरू कर दिया है और अब तक लाखों किसानों ने इसका समर्थन किया है। इस बीच शेट्टी की मांग को उनके प्रतिद्वंद्वियों का भी समर्थन मिल रहा है। हाल ही में, 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान दो बार के सांसद शेट्टी को हराने वाले हातकणगले के सांसद धैर्यशील माने ने कहा कि, वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से सुझाव वापस लेने और तीन किस्तों में एफआरपी के खिलाफ केंद्र को लिखने का आग्रह करेंगे।
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