नई दिल्ली : विल्मर समूह की कंपनी श्री रेणुका शुगर्स लिमिटेड (SRSL) के कार्यकारी अध्यक्ष अतुल चतुर्वेदी ने एक साक्षात्कार में कहा की, SRSL ने हरित ऊर्जा की दिशा में मजबूती के साथ बढ़ने के लिए अगले साल एथेनॉल का उत्पादन 25% तक बढ़ाने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा, भारत में एथेनॉल की मांग आसमान छू रही है। हम वर्तमान में सरकार को प्रति वर्ष 200 मिलियन लीटर एथेनॉल बेच रहे हैं। यह हमारे राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है और इससे नकदी प्रवाह में भी मदद मिली है। हमने FY24 में उत्पादन में 25% की वृद्धि की योजना बनाई है।
आपको बता दे की, 2018 के बाद सिंगापुर की विल्मर ने अपने पूर्व प्रवर्तकों से कर्ज में डूबी श्री रेणुका शुगर्स का नियंत्रण हासिल कर लिया है। उसके बाद कंपनी ने ₹850 करोड़ के अनुमानित निवेश के साथ एथेनॉल उत्पादन क्षमता को 570 किलोलीटर प्रति दिन (केएलपीडी) से बढ़ाकर 1,250 केएलपीडी कर लिया है। चतुर्वेदी ने कहा कि,कंपनी जो वित्तीय संकट से गुजर रही थी, वह विल्मर से पूंजी प्रवाह के साथ बदल गई है जो अब श्री रेणुका के 62.4% शेयरों को नियंत्रित करती है।चतुर्वेदी ने कहा, राजस्व वृद्धि पर्याप्त रही है और कंपनी अच्छे रास्ते पर है।कंपनी ने मधुर शुगर्स के तहत अपने ब्रांडेड चीनी कारोबार को बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है।
मधुर ब्रांड प्रति वर्ष 20% से अधिक की दर से बढ़ रहा है और हमारी उत्पादन क्षमता 170 टन है। कोविड के बाद, उपभोक्ता प्रोफाइल बदल गया है और खुली चीनी की खरीद कम हो रही है। हम मधुर को एक पैन इंडिया ब्रांड के रूप में विकसित करना जारी रखेंगे और साल-दर-साल 20% की वृद्धि हासिल कर रहे है।चीनी उत्पादन में, कंपनी अब कर्नाटक और महाराष्ट्र के अलावा अन्य राज्यों में निवेश करने पर विचार कर रही है। कंपनी की कांडला और हल्दिया में दो चीनी रिफाइनरी है, और भारत की चीनी की सबसे बड़ी निर्यातक है।